ROMANTIC SHAYARI
Shayri for Love | 2 Line Romantic Shayari in Hindi | Romantic Shayari | Romantic Hindi Status | Romantic Love Shayari with Images | Romantic Hindi Quotes
मैंने ज़ब भी जाने की इजाज़त मांगी, उन्होने ज़ुबां से हां कह के निगाहों से रोक लिया !!
पहली मुलाकात थीं और हम दोनों ही बेबस थें.. वो जुल्फ़ें न संभाल सकें और हम ख़ुद को !!
रिश्ता उसी से बनाना जो जानता हो उसे निभाना…
मेरी चाहतें तुमसे अलग कब है, दिल की बातें तुमसे छुपी कब है
वो रब ही जाने क्यूं तुम हाथों पे मेहंदी लगाती हो, बड़ी ना-समझ हो.. फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो
पूछ लेते वो बस मिज़ाज मेरा; कितना आसान था इलाज मेरा…
बड़े परहेज़ वाले हो गऐ हो.. हमें याद करना भी गुनाह समझते हो!
यूं सामने आ कर बैठा ना कीजिये, सब्र तो सब्र ही है हर बार नहीं होता…
हर तमन्ना जब दिल से रुख़सत हो गयी, यक़ीन मानिए फुर्सत ही फुर्सत हो गयी..
बेवफा कहने से पहले मेरी रग-रग का खून निचोड़ लेना, कतरे-कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना!
लफ़्ज़ों की तमहीद बाँधनी मुझे नहीं आती, शिद्दत से याद आते हो, सीधी सी बात है…
आज एक ज़माने बाद उनको हमारी याद आयी, दिल खुश तो हुआ लेकिन फिर भी आँखें भर आयी…
यू ही नहीं आती मस्ती दिल में जनाब, मस्त रहना है तो दिल से इश्क कीजिए!!
तेरे प्यार की हीफ़ाजत, कुछ इस तरह की हमने। जब भी किसी ने प्यार से देखा, तो नजरें झुका दी हमने।
इस बार मिलने की शर्त ये रखेंगे, दोनों अपनी घड़ियां उतार फैकेंगे !!
वो दुआ ही क्या जिसमें तुम्हारा इज़हार ना हो
रंग भी उसी का चढ़ा है अब तक, जिसने रंग लगाया नहीं अब तक!
याद आयेगी हमारी तो बीते कल को पलट लेना, यूं ही किसी पन्ने में मुस्कुराते हुएं मिल जायेंगे..
तुम्हारा याद आना भी कमाल होता है, कभी तो आ कर देखो, हमारा क्या हाल होता है..
वजूद की तलब ना कर…हक है तेरा! रूह तक सफर तो कर..
ख़ुशियों कि आरज़ू में मुक़द्दर सो गयें, आँधी ऐसी चली कि अपने भी खो गये।
काश ये ख़्वाहिश पूरी हो इबादत के बग़ैर, वो आकर गले लग जाएं इजाज़त के बग़ैर…
सारी दुनिया की खबर रखते हो, बस मुझसे ही बेखबर रहते हो..
अंदर की ख्वामोशी से साँसो के ठहर जाने तक़, मुझे याद रहेगा वो अज़नबी मेरे मर जाने तक़..
नहीं खोना है तुम्हें, इसलिए पाने की कोई ज़िद भी नहीं;
बहुत खास हो ‘तुम’…ज़िक्र हर बार ज़रुरी नहीं..
जरूरी तो नहीं कि, नज़दीकियों में ही प्यार हो; फ़ासलों में भी इश्क़ की बुलंदियाँ देखी है हमनें
प्यार के दामन में लिपटे हम, कहां तक आ गए, हम नज़र तक़ चाहते थें, तुम तो दिल पर छा गए..
रूह से जुड़े रिश्तों पर फरिश्तों के पहरे होते हैं! कोशिशें कर लो तोड़ने की, ये और भी गहरे होते हैं..
फिर ना कहना कि हमें फुर्सत नहीं थी, हम तो आये, पर शायद तुम्हें ज़रूरत नही थी!
क्या खूब था उनका अंदाज़-ए-मोहब्बत, प्यार देने आए और पलकें भिगो कर चले गये..
तमाम उम्र की आरजू पे भारी था, वो एक सब जो तेरी याद मैं गुजर गयी..
सँवर रहीं है आज वो किसी और के लिए, हम आज भी बिखरे हुए है उनके लिए…
आँख बंद करके चलाना खंजर हम पे, कही हमने मुस्कुरा दिया, तो कत्ल तुम्हारा ही होगा..
सोए अरमानों को तू जगा के तो देख़, सारे हक हैं तुझे, बस जता के तो देख़…
रो-रो के इश्क को ना तमाशा बनाईये जीने की आरज़ू है तो धोखे भी खाईये!
जरा से बदमाश और जरा से नादान हो तुम, लेकिन ये भी सच है के हमारी जान से बढ़कर हो तुम।
हिचकिया मेरी गवाह है, नींदे उसकी भी तबाह है!
किस्तों में मौत आ रही है तेरे चुप हो जाने से, हो सके तो बात कर किसी बहाने से..
तम़ाम अल्फ़ाज़ तेरे बिन बेमतलब हैं, चंद कहानियाँ तेरे बिन अधूरी हैं…
मोहताज नहीं वो किसी गुलाब की.. वो तो खुद बाग़बान है इस कयामत की….
मेरी एक चाहत है कि एक चाहने वाला ऐसा हो, जो चाहने में बिल्कुल मेरे ही जैसा हो..
मोहब्बत किससे और कब हो जाये अदांजा नहीं होता, ये वो घर है जिसका दरवाजा नहीं होता।
तुम्हारी जुल्फ़ों के साये में ही शाम कर लूंगा, सफ़र इस उम्र का पल में ही तमाम कर लूंगा..
सुलगती रेत पर पानी की अब तलाश नहीं, मगर ये कब कहां हमने कि हमें प्यास नहीं..
तुम को लिख पाना, कहाँ मुमकिन है इतने खूबसुरत तो, लफ़्ज भी नहीं मेरे पास
किस्मत की लकीरों का, तुम ताज बन जाओ; कल की बात छोड़ो, तुम मेरे आज बन जाओ..
दिल तो था हीं नहीं मेरे पास, जो टूटा वो भरोसा था मेरा…
आपके इश्क से मिली है मेरे वजूद को शोहरत, वरना हमारा ज़िक्र ही कहाँ था आपकी दास्तां से पहले।
जो गुज़ारी न जा सकी हमसे, हमने वो ज़िंदगी गुज़ारी है- जाॅन एलिया
एक दुआ तुम्हारें दिल को सुकूँ मिले, एक ख्वाहिश हमारे सिवा कहीं और न मिले..
हजार शिकवें कई दिनों की बेरुख़ी! बस उनकी एक हंसी और सब रफा-दफा…
जिंदगी से ख़्वाहिश बस इतनी सी है मेरी, साथ आपका हो और ये जिंदगी कभी ख़त्म ना हो..
आंसुओ से पलके भिगा लेता हूँ, याद तेरी आती है तो रो लेता हूँ,
सोचा की भुला दु तुझे मगर, हर बार फ़ैसला बदल देता हूँ!
किताब-ए-इश्क़ में क्या कुछ दफ़्न मिला, मुड़े हुएं पन्नों में, एक भूला हुआ वादा मिला..!!
LOVE ROMANTIC SHAYARI
जुल्फ खुली रखती है वो…दिल बाँधने के लिए!!
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं, तुझे ए ज़िंदगी हम दुर से पहचान लेते है- फ़िराक़ गोरखपुरी
बदन के दोनों किनारों से जल रहा हूं मैं, कि छू रहा हूं तुझे और पिघल रहा हूं मैं-इरफ़ान सिद्दीक़ी
मेरे अल्फाजो को समझने वाले, लगता है तेरे ज़ख्म भी गहरे है !!
इत्तेफ़ाक से तो नहीं हम दोनो टकराये; कुछ तो साज़िश, ख़ुदा की भी होगी!
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे, हर ख्वाब मे बुलाया है तुझे,
क्यू न करे याद तुझ को जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे.
अधूरा हूं तुम्हारें बिना मैं, तो पूरे तुम भी नहीं; अगर हूं मैं सच, तो ख़्वाब तुम भी नहीं…
इतना भी याद न आया करो कि रात भर सो ना सके,
वरना सुबह लाल आँखों की वजह पूछती है दुनिया।
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में रुक कर अपना ही इंतजार किया…
घर पहुंचते ही यार फोन कर देना। ऐसे बोलने वाले को जिंदगी में कभी ना खोना।
बेवजह कोई इल्ज़ाम लग जाए तो क्या किजिए…फिर यूं किजिए, कि वो गुनाह कर लीजिए!!
जिंदगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे..
तू गुज़र जाये करीब से; वो भी मुलाकात से कम नही..
गुजरना है तो दिल के अंदर से गुजरो, मोहब्ब्त के शहर में बाईपास नहीं होते..!!
रूठा अगर तुझसे तो इस अंदाज से रूठूंगा,
तेरे शहर की मिट्टी भी मेरे वजूद को तरसेगी..
सोए अरमानों को तू जगा के तो देख़, सारे हक हैं तुझे, बस जता के तो देख़…
एक बार देखकर आज़ाद कर दें मुझे, मैं आज भी तेरी पहली नज़र में कैद हूं….
एहसास-ए-मुहब्बत के लिए बस इतना ही काफ़ी है; तेरे बग़ैर भी हम, तेरे ही रहते हैं!!
था आपके मनाने का अंदाज़ कुछ ऐसा, कि फिर रूठ जाने को मन करता है..
यूं गुमसूम मत बैठो पराये लगते हो, मिठी बातें नहीं है तो चलो झगड़ा ही कर लो;
जाता हूँ तेरे ड़र से..मुझको तुम भुला देना, हो सके तो ऐसा भी करना… बहुत दिनों तक इल्ज़ाम ना देना!
धीरे से लबों पे आया है एक सवाल, तू ज़्यादा खूबसूरत है, या तेरा खयाल..
सबकुछ खो दिया मैंने, एक तुम्हें पाने के लिये…
गिराकर बिजली दिल पर, वो दामन बचा लेते है, नज़रो से कतल करके, वो नज़रें ही चुरा लेते है…
सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल ज़िंदगानी फिर कहाँ, जिंदगी गर कुछ रहीं तो ये जवानी फिर कहाँ- ख़्वाजा मीर दर्द
वोह मेरा नहीं फिर भी मेरा है, ये कैसी उम्मीद ने मुझे घेरा है..
अब भी बरसात की रातों में बदन टूटता है, जाग उठती है जब ख़्वाहिशें अंगड़ाई की..
सीना तो हमने अपना लोहे जैसा रखा था, पर तुम तो मैगनेट निकली
किस बात पर तेरा मिजाज इतना बदल सा गया है, क्या कोई खता हुई है हमसे, या फिर तेरा किसी और पे दिल आ गया है…
Explore More..
- ऐटिटूड शायरी | Attitude Shayari
- लव स्टेटस | Love Status in Hindi
- सैड स्टेटस हिंदी | Sad Status in Hindi
- ऐटिटूड कोट्स | Attitude Quotes
- ऐटिटूड स्टेटस | Royal Attitude Status in Hindi
- सैड शायरी | Sad Shayari
- लव कोट्स | Love Quotes in Hindi
- लाइफ कोट्स हिंदी | Life Quotes in Hindi
- मोटिवेशनल सुविचार | Motivational Quotes in Hindi
- अनमोल वचन | Anmol Vachan | Success Quotes in Hindi
- पॉजिटिव थॉट्स | Positive Thoughts in Hindi
- Happy Birthday Wishes
- Good Morning Images
- Good Morning Quotes
- Life Quotes in English
- Quotes About Life Lesson
- Dark Secrets About Life Quotes
- Good Night Quotes
- Good Night Images