ATTITUDE SHAYARI IN HINDI
Attitude Shayari in Hindi | Attitude Shayari for Boy | Attitude Status in Hindi
Attitude Shayari in Hindi Text
वक़्त अच्छे-अच्छो को झुकाता है
और वक़्त सबका आता है!
आग लगाना मेरी फितरत में नहीं
मेरी सादगी से लोग जले तो इसमें मेरा क्या कसूर!
जाने वालों को रस्ता दिया करो…
वास्ता दोगे तो सर पे चढेंगे…
आग लगाना मेरी फितरत में नहीं
मेरी सादगी से लोग जले तो इसमें मेरा क्या कसूर!
कितना भी तुम गले लगाओ लाख निभा लो यारी.. सुधर नहीं सकते है वो जिनकी फितरत में है गद्दारी!!
हैरत किस बात कि! टूटे है तो चुभेंगे भी..
अकेलेपन को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ, इन्सान हूँ मुरझा कर भी मस्त रहता हूँ!!
जरूरी नहीं हर दोस्त हमदर्द हो कुछ दोस्त सरदर्द भी होते हैं!!
वो दे तो शुक्र उसका, न दे तो मलाल नहीं
उसके फैसले कमाल हैं, उन फैसलों पर सवाल नहीं
उस उड़ान से काफी उम्मीद है
जो मेरी खुद की होगी..
ये हक़िकत है इत्तेफाक नहीं
हम जैसा होना कोई मजाक नही
मैं तो कब का आगे बढ़ चुका हूं
वक़्त को कहो कि अब मेरे साथ चलें…
हमने मेहनत भी की और दिल भी लगाया…
हमने सिर्फ नाम ही नहीं पैसा भी खूब कमाया!
“वक़्त है बदल जायेगा, आज तेरा हैं कल मेरा आएगा!!
इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है।
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते,
कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते.
सर झुकाने की आदत नहीं आंसू बहाने की आदत नही,
हम बिछड़ गए तो रोओगे, क्योंकि हमारी लौट के आने की आदत नहीं..
सोने के जेवर और हमारे तेवर लोगो को बहुत महंगे पड़ते हैं..
जब तवज़्ज़ो ही नहीं… तो फिर मौजूदगी किस काम की!!
हमारा नाम इतना भी कमजोर नहीं है कि,
दो चार दुश्मनों की आवाज़ से बदनाम हो जाए।
अगर हमसे मिलना हो तो ज़्यादा गहरे पानी मे आना,
बेशकीमती ख़ज़ाने कभी किनारे पर नहीं मिला करते।
फिक्र Me रहोगे तो खुद जलोगे,
बेफिक्र रहोगे तो Diniya जलेगी…
वक़्त का खास होना ज़रुरी नहीं,
खास लोगों के लिये वक़्त होना ज़रुरी हैं!
क्या करोगे अब मेरे पास आकर. खो दिया है
तुमने, मुझे बार बार आज़मा कर…
पहचान तो सबसे है हमारी, लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है!
हम खराब लोगों में एक खूबी है,
हम मुसीबत में काम आते है।
मेरे जो दोस्त है उनके लिए मैं ताक़त हूँ, और जो मेरे दुश्मन है उनके लिए मैं बहुत बड़ी आफत हूँ।
बचपन से ही शौक था अच्छा इंसान बनने का,
लेकिन बचपन खत्म और शौक भी खत्म।
शरीफ़ थे तो नहीं बोले, अगर थोड़े भी बेशर्म होते…बराबर की टक्कर देते
जो तालाब पर चौकीदारी करते हैं
वो समुंदर पर घंटा राज करेगे…
कोई तुम्हारे लिए दरवाजा बंद कर दें तो
उसे एहसास दिला दो कुंडी दोनो तरफ होती है
भूल चुका हुं मै उन लोगों को
जिनको भूल से चुन लिया था मैंने
मैं किसी का उतना हूं, जितना कोई मेरा है!!
अकेले खड़े होने का साहस रखो
दुनिया ज्ञान देती है साथ नही
पानी अगर शांत हो तो
गहराई से मजाक नहीं करते
हमारे दुश्मन हमे मिटाना चाहते हैं
नादान लोग हैं समुंदर सुखाना चाहते हैं
समन्दर की तरह है अपनी पेहचान उप्पर से खामोश अंदर से तूफान .!!
तरक्की इतनी करो, सासें चले या ना चले
नाम चलता रहना चाहीएं
भाड़ में जाये जुल्फे तेरी
अपने भी बाल मस्त है
जिसने भी दिया एक कतरा भी साथ हमारा, रही जिंदगी तो समंदर लौटाएंगे!
याद सब रखता हु
बस याद नहीं दिलाता किसी को
मौका मुझे भी मिलेगा मेरे भाई
और याद रखना घायल तू भी होगा…
हम किसी के साथ के मोहताज नही है
क्योंकि जो हमारे साथ कल थे वो आज नही है!
तारीफ़ की चाहत तो नाकाम लोगों की फ़ितरत है.
काबिल लोगों के तो दुश्मन भी कायल होते हैं…
मैं हमदर्दी की ख़ैरातों के सिक्के मोड़ देता हूँ,
जिस पर बोझ बन जाउँ, उसे मैं ख़ुद ही छोड़ देता हूँ।
चाँद हो या सूरज, चमकते सब हैं अपना वक़्त आने पर
शायद मै इसलिए पीछे हूँ, मुझे होशियारी नही आती!! बेशक लोग ना समझे मेरी वफादारी, मगर मुझे गद्दारी नहीं आती..
अपने अंदाज में जियो दूसरो को नज़र Andaz करके..
मैं तो वक़्त से हारकर सर झुकाये खड़ा था और सामने खड़े लोग खुदको बादशाह समझने लगें!!
तराशिए ख़ुद को इस जहां में कुछ इस कदर…
कि पाने वाले को नाज हो और खोने वाले को अफसोस।
सर से लेकर पैर तक ताकत लगा लेना. साजिशें अगर मेरे खिलाफ़ हुई तो बीमा अपना भी करवा लेना!!
तक़दिर हाथों में है, लकीरों में नहीं…
आज कोहरा बहुत ज्यादा है
मतलबी लोग दिख नही रहे है
अगर जिद है उसे पाने को
तो हिम्मत रख पैसा कमाने की!
जी जान लगा दो कमाने में
पैसा बहुत जरूरी है जमाने में!
चलती हुई कहानियों के जवाब तो बहुत हैं मेरे पास लेकिन खत्म हुए किस्सों के लिए ख्वामोशी ही बेहतर है…
जब से मुझे पता चला है कि मेरा आत्मविश्वास मेरे साथ है तब से मैने ये सोचना बंद कर दिया कि कौन मेरे खिलाफ है..
बोलने से पहले ज़रा सोच ले ज़ुबान मेरे पास भी है…
सबको आजमा के देख लिया मैने
अगर पैसा ना हो कोई साथ नहीं देता…
किसी को बांध सकूं, ये हक़ तो नहीं है मेरा
ख़ुद को आजाद कर लूं, ये फ़ैसला ले लिया
लोग मजाक बनाते रह गएं
तेरे भाई ने माहौल बना दिया!!!
स्कूल में सबसे पीछे था मैं
आज सब मेरे पीछे है.
मैं ऐसी आदत नही लगाता जो
मेरी कमजोरी बन जाये!!
कड़वे हैं इसीलिए तो जिंदा हैं. मीठे होते तो, अब तक दुनिया गटक गयी होती..
ऐसे कमाओ या वैसे कमाओ
खुश रहना है तो पैसा कमाओ
लोग दो नंबर का बताएंगे
हम इतना पैसा कमायेगे…
लोग पत्थर फेंक रहें थे
मैने दिवार ही खड़ी कर दीं
करीब रहने से नाम बदनाम है
इसलिए अब सबको दूर से ही सलाम है….
बस तुम खरगोश पर ध्यान देना…
कछुआ सिर्फ किताबों में जीतता है!
दिल से अगर साफ रहोगे तो कम ही लोगों के खास रहोगे!
दिखावे के रिश्तों में रहने से अच्छा हैअपनी मौज में रहो..!
जिंदगी में अगर कुछ करना है तो
लड़की के होटों पे नहीं कागज के नोटो पे ध्यान दो
जिन्हें मै छोड़ देता हूं, फिर उनका जिक्र खो देता हूं..
पहचान तो सबसे है हमारी, लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर हैं..
फासले ही बढ़ाये हैं लोगों ने… हौसला किसी ने नही बढ़ाया
इतना Attitude न दिखा ज़िंदगी में तकदीर बदलती रहती है, शीशा तो वहीं रहता है, पर तस्वीर बदलती रहती है।
जिनको मेरी फिक्र नहीं उनका अब कोई ज़िक्र नहीं..
अकेले है कोई गम नहीं, जहाँ इज्जत नही वहाँ हम नहीं…
बुराई ढूंढने का इतना ही शौक है, तो शुरुवात खुद से करें।
कमी नहीं दिखेगी कभी दुसरों की शान में; जिस दिन झांकेगा अपने गिरेबान में…
थका हुं थोड़ा रुका नही हुं, कोई इज्ज़त पे वार करे इतना झुका नही हुं..
मेरे क़िरदार को मेरे आज से ना जानों, मै जब पौधा था तब भी बरगद था।
वसीयत अपने नाम लिखने से कुछ नही होता, ये तो उड़ान तय करती है कि आसमान किसका होगा।
अंदाजे से ना नापिये किसी की हस्ती को..ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे होते हैं
हम इतने खूबसूरत तो नही है, मगर हाँ..जिसे आँख भर के देख ले उसे उलझन में ड़ाल देते हैं।
होश में आ जाओ तो बता देना
फिर होश उड़ा दूँगा
मशहूर होने का शोक नहीं मुझे
बस कुछ लोगो का गुरुर तोड़ना है..
अब ख्वाहिश नहीं रही तेरी
जिंदगी अच्छी चल रही है मेरी
पहले पंडित को अपनी राशि दिखाना
बाद मे हमें अपनी बदमाशी दिखाना
हम ट्रैफिक और प्यार में
कभी नहीं फसते
चेहरे पे एक चेहरा लगाना पड़ता है
मैं ठीक हुं कह के मुस्कुराना पड़ता है
बुरा ही सही पर कुछ लोग
मेरे बारे में सोचते बहुत हैं!
ना ज्यादा न कम
जैसी आपकी सोच वैसे हम…
हम आज भी अपने हुनर में दम रखते है, छा जाते हैं रंग जब हम महफिल में कदम रखते है!!
तुम्हारे छोड़ जाने के बाद जो इस दिल को मिला है, उसे सुकून कहते है..
प्यार करता हु इसलिए फ़िक्र करता हूँ, नफरत करुंगा तो जिक्र भी नही करुंगा!!
कर लो नज़र अंदाज अपने हिसाब से….जब हम करेंगे, तो बेहिसाब करेंगे.
ज़िंदगी तुझसे हर कदम पर समझौता क्यों किया जाएं, शौक जीने का है, मगर इतना भी नहीं कि मर-मर के जिया जाएं।
ये मत सोचना के आस छोड़ दी है, बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है…
मैं बस खुद को अपना मानता हूं, क्योंकि दुनिया कैसी है, अच्छे से जानता हूं…
जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज़ हैं…
चुप रहना ताक़त हैं मेरी कमज़ोरी नहीं, अकेले रहना आदत हैं मेरी मजबूरी नहीं…
जवाब देना तो हमे भी आता हैं लेकिन आप उस काबिल नहीं।
क्या करोगे अब मेरे पास आकर. खो दिया है
तुमने, मुझे बार-बार आज़मा कर…
कोशिश इतनी ही होती है, की रुठे ना हमसे कोई! वरना नजरअंदाज करने वालों से नज़र हम भी नही मिलाते।
जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है, कौन कब बदला सबका हिसाब है।
बड़ी जीत का बड़ा शोर होगा तुम्हारा सिर्फ वक़्त है, हमारा दौर होगा…
जो न देते थे जवाब उनके सलाम आने लगे, वक़्त बदला तो मेरे नीम पे आम आने लगे..
कभी आकर मिलोगे तो जान जाओगे हम वैसे नहीं जैसे बताये जाते हैं…
पसंद है मुझे उन लोगों से हारना जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हो!
कितनी भी सजा दो काफी नहीं होती, कुछ गलतियां ऐसी होती है जिनकी माफी नहीं होती।
खुद में झांकने के लिए जिगर चाहिए, दुसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर होता है।
हद से बढ़ जाए ताल्लुक तब गम मिलते हैं, हम इसी वास्ते हर शख्स से कम मिलते हैं!!
मेरी फितरत समझने के लिए बस इतना जान लो, जो शख़्स एक बार
मेरी नज़र से उतर गया फिर मुझे फर्क नही पड़ता वो किधर गया।
उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी…
नफरत है गुरुर नहीं, दुबारा इश्क़ मंजूर नहीं..
मुझे मत मिलाओ किसी और में, मुझसा कोई नही है इस दौर में।
ATTITUDE SHAYARI for BOY
जितना बदल सकते थे, ख़ुद को बदल लिया हमने,
अब जिसको शिकायत है वोह अपना रास्ता बदलें..
कोई जान भी ले ले हराकर, मुझको मंज़ूर है,
धोखा देने वालों को मैं दूसरा मौका नहीं देता।
अभी तो अच्छे लोगों चा राज है दुनिया में,
जब कमिनों की बारी आएगी तो बादशाह हम होंगे।
हम समंदर हैं, हमें खामोश ही रहने दो….
ज़रा मचल गये, तो शहर ले डूबेंगे…
ज़हां से तेरी बादशाही खत्म होंती है, वहां से मेरी नवाबी शुरु होती है..!
अपने साथ जब मैं खुद खड़ा होता हूँ, तब मैं क़यामत के हर तूफ़ान से बड़ा होता हूँ।
हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं, हमसे ज़माना खुद है..ज़माने से हम नहीं- जिगर मुरादाबादी
जरूरी नहीं की सबकी नज़रों में अच्छे ही बनों, कुछ लोगों की नज़रों में खटकने का मज़ा ही कुछ और है।
तू सचमुच जुड़ा है अगर मेरी जिंदगी के साथ.. तो क़ुबूल कर मुझे मेरी हर कमी के साथ…
मुफ्त में नही सीखा उदासी मे मुस्कुराने का हुनर, इसके बदले ज़िन्दगी की हर खुशी तबाह की है
हम दुश्मनों को भी बड़ी शानदार सजा देते हैं, हात नहीं उठाते बस नज़रों से गिरा देते हैं।
किसीकी क्या मजाल जो खरीद सकता हमको, वो तो हम ही बिक गये खरीददार देख के!
जँहा से तुम्हारी बादशाही खत्म होती है, वहां से हमारी नवाबी शुरू होती हे….!!
तारीफ़ अपने आप की, करना फ़िज़ूल है, ख़ुशबू तो खुद ही बता देती है, कौन सा फूल है..
तेवर तो हम वक्त आने पर दिखायेंगे…शहर तुम खरीदलो उस पर हुकुमत हम चलायेंगे…!!!
करीब रहने से नाम बदनाम है, इसलिए अब दूर से ही सलाम है।
दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा बस याद रहे की मुड़कर देखने की आदत इधर भी नही!!
“हमारा अंदाजा कोइ ना लगाए तो ही ठीक रहेगा..
क्योकी अंदाजा तो बारिश का लगाया जाता है, तुफान का नहीं”
वक्त ही तो है बदल जाएगा, आज तेरा है कल मेरा होगा..
मैं तेरे नसीब की बारिश नहीं जो तुझ पर बरस जाऊ,
तुझे तक़दिर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए!!
खून मे ऊबाल वो आज भी खानदानी है दुनिया हमारे शौक की नहीं, हमारे तेवर की दिवानी है!!
हम मोहब्बत में no.1 तो attitude में star है…
फिर सामने हुस्न की मलिका हो या दुश्मन, सब अपने ही fan है”
बहुत देखा जीवन में समझदार बनकर, लेकिन खुशी हमेशा पागलपन से ही मिली..
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न करना, पहले भी कई तूफानों का रुख मोड़ चुका हूँ मैं।
हर बार माफ़ी मांगता हूँ तो ये मत समझना की ग़लती मेरी है..बस तुझसे जुदा होंने से डर लगता हैं”
“प्यार से बात करोगे तो प्यार ही पाओगे,
अगर अकड़ के बात की तो मेरी Block List में नज़र आओगे।
हथियार तो शौक के लिए रखे जाते हैं, खौफ के लिए तो हमारी आँखें ही काफी हैं।
हमारी ताकत का अंदाजा हमारे जोर से नही..दुश्मन के शोर से पता चलता है!!
वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से.. हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
“मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में…
वरना जिंदगी बीत जाएगी बस रोने में”
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला…
“वो पसंद ही क्या? जिसको पसंद आने के लिए खुद को बदलना पड़े…”
हम तो हद से गुजर गए थे तुम्हे चाहने में …. तुम्ही उलझे रहे हमे आजमाने में..
“तुम्हें लगता है कि गलत हूँ मैं, तो सही हो तुम…क्योंकि थोड़ा अलग हूँ मै…”
रियासते तो आती जाती रहती हैं मगर
बादशाही करना तो….आज भी लोग हमसे सीखते हैं!!
जो दौर गुजरता नहीं, हम उस दौर से गुजरे है।
ज़िद पर आ जाऊं तो पलट के भी ना देखुं मेरे सब्र से अभी तू वाकिफ़ कहा है।
“दौलत तो विरासत में मिलती है, लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है”
करीब रहने से नाम बदनाम है, इसलिए अब दूर से ही सलाम है।
अपने कद का अंदाज़ा हमें भी है लाड़ले, हम परछाई देख कर गुरुर नही करते।
“फर्क बहुत है तेरी और मेरी तालीम में, तूने उस्तादों से सीखा है और मैंने हालातो से…”