SAD STATUS IN HINDI
Sad Status in Hindi for WhatsApp | Sad Status in Hindi for Life
हर कोई परेशान है मेरे कम बोलने से और मैं तंग हूं मेरे अंदर के शोर से. . . .
होती अगर गुज़ाईशें तो देख लेते हम; ये ज़िंदगी तो वाकई में देखी नहीं जाती…
अब मत खोलना मेरी ज़िंदगी की पुरानी किताबों को..
जो था वो मैं रहा नहीं, जो हूं वो किसी को पता नहीं!
कसूर तो बहुत किए है जिंदगी में पर सज़ा वहाँ मिली जहाँ बेकसूर थे।
दर्द का कहर बस इतना सा है…आँखें बोलने लगी और आवाज़ रूठ गयी..
कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज़ है, कभी किसी का इंतज़ार तो करके देखो..
अपनी मर्जी से भी दो चार कदम चलने दें ऐ-जिन्दगी, तेरे कहने पे तो बरसों चलें हैं..
खोटे सिक्के चले नहीं जो खुद कभी बाजार में…वो भी कमियाँ खोज रहे हैं आज मेरे किरदार में!!
बहुत शौक था मुझे सबको खुश रखने का; होश तब आया
जब खुद को ज़रूरत के वक़्त अकेला पाया!!
हालात ने तोड़ दिया हमें कच्चे धागे की तरह,
वरना हमारे वादे भी कभी ज़ंजीर हुआ करते थे..
हालात सिखाते है बातें सुनना और सहना,
वरना हर शख़्स फितरत से बादशाह ही होता है।
गहराई नापते-नापते हांफने लगोगे, मेरी दुआ सुनोगे तो तुम भी माँगने लगोगे…
जिंदगी से बड़ी कोई सज़ा ही नहीं और जुर्म क्या है पता ही नही. इतने हिस्सो में बट गया हूं मैं, मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं.
कौन कहता है आईना झूठ नहीं बोलता. वह सिर्फ होठों की मुस्कान देखता दिल का दर्द नहीं…
ज़िंदगी उस दौर से गुज़र रही हैं, जहाँ दिल तो बहुत दुखता हैं, लेकिन चेहरा हमेशा हसता हैं…
मैंने अक्सर उन दुकानों को भी लूटते देखा हैं…जो दिनभर ताले बेचा करते हैं।
ख़ुदा जाने कौनसा गुनाह कर बैठे है हम कि, तमन्नाओं वाली उम्र में तजुर्बे मिल रहे है।
” मैं हूं ना ” कहने वाला शख़्स ना जाने उस वक्त कहाँ होता है जब उसकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है।
हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है..
जख्म छुपाना भी एक हुनर है वरना यहां हर एक के हाथ में नमक है।
कई बार ये सोचके दिल मेरा रो देता है, की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने खुद को भी खो दिया..
नाराज़गी वहा कभी मत रखिये जहां आपको ही बताना पड़े आप नाराज़ हो!
बदला नहीं हूं मैं, मेरी भी कुछ कहानी है; बुरा बन गया मैं….बस अपनों की मेहरबानी है।
एक घुटन सी होती है जब कोई दिल में तो रहता है मगर साथ नहीं..
नाराज होने के लिए भी कोई रिश्ता होना चाहिये नाराजगी बड़ी किमती होती है..
हर किसी पर नहीं लुटाई जा सकती!!
सीख नही पायें हम मीठे झूठ का हुनर; कड़वे सच ने कई रिश्ते छीन लिए हमसे..
कितना गुस्सा आता है ना उस वक्त जब कोई आपसे झूठ बोले और आपको सच पता हो।
कुछ रिश्ते इसलिए भी टूट जाते हैं क्योंकि, एक इंतज़ार करता रहता हैं , और दूसरे को फ़िक्र नहीं होती!!
मेरे जाने के बाद उफ़, क्या नज़ारे होंगे, कुछ ज़बरदस्त तो कुछ, ज़बरदस्ती रो रहे होंगे!
जिसकी गलतियों से भी मैंने रिश्ता निभाया है उसने बार-बार मुझे फालतू होने का एहसास दिलाया है!
छोड़ दिया मैंने लोगों के पिछे चलना, क्योंकि मैंने जिसको
जितनी ज्यादा इज्जत दी उसने उतना ही गिरा हुआ समझा….
रिश्तों में जब झूठ बोलने की शुरुआत हो, तब समझ लो रिश्ते का अंत नजदीक हैं ।
सच्चे रिश्ते कुछ नहीं मांगते, सिवाय वक़्त और इज्जत के..!!
मेरे दिल की बस्तीका नक्शा नहीं हैं, तोड़ने वालों ने कुछ भी बख्शा नहीं है…
फिर एक दिन हसरतों से हारकर…हकीकत से, मैंने भी दोस्ती कर लीं।
जब बुरे हालात घेर लेते हैं, तब अपने भी नज़र फेर लेते हैं।।
तकलीफ़ अकेलेपन से नहीं, अंदर के शोर से है…
कुछ जख़्मों की कोई उम्र नहीं होती, ताउम्र साथ चलते हैं जिस्म के ख़ाक होने तक..
SAD STATUS IN HINDI for WhatsApp
जिन्हें नींद नहीं आती उन्हीं को मालूम है, सुबह आने में कितने जमाने लगते है।
अपनी पीठ से निकलें खंजरों को जब गिना मैंने, ठिक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने।
बहुत नज़दीक होकर भी वो इतना दूर है मुझसे, इशारा हो नहीं सकता और पुकारा भी नहीं जाता !!
जो तुमसे तंग आ जाए उसे छोड़ दो, क्योंकि बोझ बन जाने से याद बन जाना बेहतर है..
शतरंज का शौक़ीन नहीं था इसलिए धोखा खा गया…
वो मोहरे चल रहे थे; मैं रिश्तेदारी निभा रहा था…
बस कंठ ही हमारा नीला नहीं है, वरना जहर तो हमने भी कम नहीं पिया।
मरने वाले तो एक दिन बिन बताए मर जाते हैं, रोज तो वो मरते है जो खुद से ज्यादा किसी को चाहते है।
हमें छोड़ने की वजह तो बता जाते, आप हमसे बेज़ार थे, या हम जैसे हज़ार थे…
दरिया दिया और प्यासे रहे, उम्र भर साथ दिलाते रहे।
जैसे थे वैसे न रहने दिया, न सोना बने, न कांसे रहे।
तकलीफ़ खुद की कम हो गई, जब अपनों से उम्मीदें कम हो गई…
कभी-कभी इंसान सच में हार जाता है..खामोश रहते-रहते, सबर करते-करते,
रिश्तें निभाते-निभाते, सफाइयां देते-देते, अपनों को मनाते मनाते
इस शहर की दुकानों में, मुझे बेच रहा है हुनर मेरा!!
मैं खरीद रहा हूँ अपने रास्ते , और नीलाम हो रहा सफ़र मेरा!
उस रिश्ते को भी निभाया हमने जिसमें न मिलना पहली शर्त थी
पल-पल हमदर्दी जताने वालें,
निभाने के वक़्त बड़े दूर खड़े नज़र आते हैं…
यहाँ की बातें वहाँ बताने वालें,
खुश रहते हैं आजकल आग लगाने वालें..
कभी-कभी हम गलत नहीं होते, बस वो शब्द नहीं होते, जो हमें सही साबित कर सकें।
भीगी-भीगी सी ये जो मेरी लिख़ावट है..स्याही में थोड़ी सी, मेरे अश्कों की मिलावट है…!
उम्रकैद की तरह होते है कुछ रिश्ते, जहाँ जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नहीं।
आज खुद को इतना तनहा महसूस किया, जैसे लोग दफना के छोड़ गए हो…
मेरी ज़ेब में जरा सा छेद क्या हो गया, सिक्के से ज्यादा तो रिश्ते गिर गए!!
खामोशियों की गूंज बड़ी गहरी होती है, पत्थर तो क्या दिल भी चीर देती है…
बड़ी अजीब है ये दुनिया..यहाँ झूठ बोलने से नहीं सच बोलने से रिश्ते टूट जाते है
आज जिस्म में जान है तो देखते नही हैं लोग…जब रूह निकल जाएगी तो कफ़न हटाहटा कर देखेंगे लोग…
इज्जत तो सबको ही चाहिए, लेकिन लोग वापस देना भूल जाते हैं !!
समय कई जख्म देता है, शायद इसलिए घड़ी में फूल नहीं काँटे होते हैं..
हम तो खुशियां उधार देने का कारोबार करते हैं पर, कोई वक्त पर लौटाता नहीं बस इसिलीए घाटे में है।
राज़ ना आयेगा मुझपर अब कोई भी सितम तेरा, ईतना बिखर गया हू कि दरिंदगी भी तेरी शमँसार हो जाये..
सबको दिलासा देने वाला शख्स अपने दुखो में हमेशा अकेला होता हैं
यह कलयुग है जनाब..यहां झुठों को मौका और सच्चों को धोखा मिलता है
कमी तो होनी ही है पानी की शहर में…न किसी की आँख में बचा है, न किसी के जज़्बात में।
जो शख़्स इतना प्यार करने बाद भी तुम्हारा नहीं हुआ,
यक़िन मानों…वो कभी किसीका नहीं हो सकता!!
जरा सी बात पर ना छोड़ किसी अपने का दामन,
ज़िन्दगी बित जाती है अपनों को अपना बनाने में !!
लगता है इक बार फिर मोहब्बत हो ही जाएगी,
रात फिर खाव्ब में खुद को मरते देखा है
अब कहा जरुरत है हाथों मे पत्थर उठाने की,
तोड़ने वाले तो जुबान से ही दिल तोड़ देते हैं
तुझे दुश्मनों की खबर न थी मुझे दोस्तों का पता नहीं;
तेरी दास्ताँ कोई और थी मेरा वाकिया कोई और है…
तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं;
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं।